कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) कटघोरा : कोरबा जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर पूरे जिले में लॉक डाउन लगा हुआ है. और कोरबा जिला जंगलों से भरपूर है और यहां वन विभाग के वन रक्षक द्वारा निर्धारित बीट क्रमांक पर सुरक्षा के लिए रखा जाता है.
ताज़ा मामला चर्चित कटघोरा वन मण्डल के जड़गा वन परिक्षेत्र का है जहां ग्राम सुतर्रा के वनरक्षक के कोरोना संक्रमित हो जाने से वह होम आईशोलेशन में है और ड्यूटी पर नहीं आ रहा है और अभी लॉक डाउन लगा हुआ है, इसका फायदा उठा कर यहां के ग्रामीणों ने पास के जंगल से 45 नग पेड़ों की अवैध कटाई कर डाला. जब इसकी जानकारी ग्राम सुतर्रा वन प्रबंधन समिति के अध्यक्ष लक्ष्मण डिक्सेना को हुई तो उन्होंने इसकी जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी. इसके बाद जड़गा रेंजर सत्तू जायसवाल व उड़नदस्ता प्रभारी प्रतिमा पैकर द्वारा वन अधिकारियों की टीम बनाकर कटघोरा थाना प्रभारी अविनाश सिंह को सूचित कर प्रधान आरक्षक संदीप पांडये, आरक्षक शिव शंकर परिहार तथा उनकी टीम का सहयोग लेकर आज सुबह सुतर्रा में मौके पर जाकर छापा मारा और पूछताछ में यहां के कई घरों में अवैध तरीके से काटी गई लकड़ियां बरामद हुई.
वन विभाग के इस कार्यवाही से सुतर्रा के ग्रामीणों में हलचल मच गई, और वन विभाग ने लोगों से कहा कि अपने स्वेक्षा से लकड़ियां दे दें अन्यथा जांच होने पर लकड़ियां पकड़े जाने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी, इसके बाद लोगों ने स्वेक्षा से काटी गई लकड़ियों को वन विभाग को सौपा.
सुतर्रा वन प्रबंधन समिति की पहल पर जंगल में काटी जा रही लकड़ियों की सही समय पर सूचना वन विभाग को दिए जाने से समय रहते और अधिक पेड़ों को कटने से बचाया जा सका.
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सुतर्रा के जंगलों में 45 पेड़ों को काटा गया था और ग्रामीणों से कटे पेड़ों के 65 बल्ली लकड़ी बरामद किया गया है. लोगों ने स्वेक्षा से लकड़ियों को दे दिया गया है. जप्त लकड़ियों के बल्लियों कसनिया डिपों को सुपुर्द कर दिया गया.