कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : पतरापाली से कटघोरा तक नेशनल हाईवे 130 का निर्माण कार्य एक ओर जहां जोरों से शुरू है। वहीं नेशनल हाईवे निर्माण में अधिग्रहित जमीन के मुआवजे को लेकर बड़ी संख्या में किसानों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। जुराली से लगे मुड़धोवा तथा आसपास के सैकड़ों के किसानों का मुआवजा प्रकरण लंबित होने से नाराज़ किसान आज सिंघिया और कसनिया के बीच बन रहे फ्लाई ओवर ब्रीज़ के पास दिलीप बिल्डकॉन द्वारा जारी काम को रोक दिया। किसानों का कहना है कि जब तक हमारी अधिग्रहित जमीन का सही मुआवजा नहीं मिलता है तब तक हम सड़क निर्माण कार्य को नही होने देंगे। बतादें की सुतर्रा से लेकर जुराली तक किसानों की नेशनल हाईवे में अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नहीं मिला है। विधायक प्रतिनिधि प्रदीप जायसवाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पीड़ित किसान आज निर्माण कार्य को रोकने पहुंचे।
मुड़धोवा के किसान इंद्रपाल सिंह कंवर ने बताया कि सैकड़ो किसानों की जमीन का मुआवजा नहीं मिला है आज दो सालों से यहां के किसान अपनी जमीन में फसलों की पैदावार भी नहीं कर पा रहें हैं। वजह है कि नेशनल हाईवे निर्माण कम्पनी दिलीप बिल्डकॉन द्वारा खेतों ममें मिट्टी व राखड़ डाल दिए हैं। संबंधित क्षेत्र के पटवारी द्वारा मनमानी ढंग से लोगों का मुआवजा निर्धारण किया रहा है। किसी भी संबंधित अधिकारियों से मुआवजा प्रकरण के विषय में जानकारी लेने की कोशिश करते हैं तो उनके द्वारा सही जानकारी नही दिया जाता है। अब सभी किसान उग्र आंदोलन की तैयारी में जुट गया है। आज किसानों द्वारा काम को रोका गया है जब तक किसानों को सही मुआवजा नहीं दिया जाता है तब तक कार्य को नहीं करने दिया जाएगा।
निस्तारी के लिए बना तालाब भी नेशनल हाईवे की भेंट चढ़ा.. महिलाओं के लिए बड़ी समस्या
मुड़धोवा की महिलाओं ने भी मुआवजे को लेकर शासन का विरोध जताया और यहां की किसान महिला ललिता कंवर ने बताया कि यहां का बना निस्तारी का तालाब भी नेशनल हाईवे के द्वारा पाटने की कोशिश की जा रही है। अब उनके सामने यह समस्या उतपन्न हो रही है कि आसपास की महिलाओं को अब यह तालाब के न रहने से वे कहां जाकर स्नान व कपड़े धोने के लिए कहां जायें। ललिता कंवर ने बताया कि आज दो सालों से यहां के किसान अपनी मुआवजे की राशि को लेकर काफी परेशान हैं अब तो किसानों ने यह दृढ़ निश्चय किया है कि जब तक शासन द्वारा मुआवजा प्रकरण हल नही किया जाता तब तक सभी किसान सड़क निर्माण कार्य को नहीं होने देंगे।
नेशनल हाईवे की अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नही मिलने से नाराज़ किसानों के द्वारा काम रोकने से क्या प्रशासन इन किसानों की सुध लेगा। या किसान इसी तरह अपना आंदोलन शुरू रखेंगे।