कटघोरा : महिला हत्याकांड का हुआ खुलासा.. जमीन विवाद को लेकर गांव के ही 3 युवकों ने महिला को उतारा मौत के घाट.. बाघा की मदद से 2 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में एक आरोपी फरार.

कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : कटघोरा थाना क्षेत्र के जड़गा चौकी अंतर्गत ग्राम मुकुवा में उस समय सनसनी फैल गई जब एक महिला की लाश उसके ही घर में खून से लथपथ मिली। उसे 9 वर्षीय पुत्र के साथ गहरी नींद में सोते समय कुल्हाड़ी से हमला कर मौत के घाट उतारा गया था। घटना के बाद से गांव का एक युवक फरार था। जिससे आशंका जताई जा रही थी कि उसने जमीन विवाद के चलते कत्ल की वारदात को अंजाम दिया होगा । बहरहाल पुलिस दो अन्य युवको को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ के दौरान उन्होंने इस हत्या की घटना को कबूल किया।

बता दे दिनांक 3 फरवरी को जड़गा पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम मुकुवा में बनस राम यादव निवास करता है वह खेती किसानी कर अपनी पत्नी उर्मिला बाई 42 वर्ष के अलावा दो बच्चों का भरण पोषण करते आ रहा था। बुधवार की सुबह बनस राम अपने छोटे पुत्र के साथ रिश्तेदारी में चला गया। घर में पत्नी उर्मिला अपने 9 वर्षीय पुत्र सत्यप्रकाश के साथ थी। गुरुवार कि सुबह प्रकाश की नींद खुली तो मां की लाश खून से लथपथ मिली। घटना की जानकारी बालक ने गांव में ही रहने वाले अपने मामा जीवन सिंह यादव को दी। इस घटना की सूचना मिलते ही कटघोरा थाना प्रभारी ने अपने उच्च अधिकारियों को इस हत्या के घटना के संबंध से अवगत कराया।

उच्च अधिकारियों के निर्देश पर कटघोरा एसडीओपी ईश्वर त्रिवेदी तथा कटघोरा थाना प्रभारी नवीन देवांगन तथा जटगा चौकी प्रभारी विष्णु सिंह यादव टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे, साथ ही डॉग स्कवायड टीम व फोरेंसिक टीम घटना स्थल पहुंचे। अफसरों ने मौके पर पहुंचकर बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान घटनास्थल के करीब ही एक कुल्हाड़ी रखा मिला, यह कुल्हाड़ी खून से सना हुआ था, जिससे कुल्हाड़ी मारकर हत्या किए जाने की बात स्पष्ट हो गई। जब पुलिस ने परिजनों के अलावा ग्रामीणों से पूछताछ की तो पता चला कि बनस राम यादव का जमीन विवाद गांव में ही रहने वाले धनीराम गोंड से चल रहा था। वर्षों से रह रहे बनस राम की जमीन को धनीराम द्वारा अपना बता कर विवाद करते चला आ रहा था। जिससे पुलिस की शक की सुई धनीराम पर गई। जब पुलिस उसके घर पहुंची तो वह घर से गायब मिला। जिससे संभावना पूरी तरह बन गई की धनीराम ने अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया है। और घटना के बाद से फरार हो गया होगा। मामले में गांव के ही संदेही दो युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।

संदेही के घर जा घुसा बाघा

इस कत्ल की गुत्थी को सुलझाने पुलिस ने डॉग स्क्वायड की भी मदद ली, मास्टर सुनील गुप्ता ने मौके पर मिले कुल्हाड़ी को सूंघा कर स्निफर डॉग बाघा के रस्सी को ढीला किया तो वह सीधे संदेही के घर जा पहुंचा। घर में संदेही नहीं मिला, जिससे आशंका जताई जा रही थी कि बाघा की मदद से एक बार फिर पुलिस इस हत्या के आरोपी को सलाखों के पीछे धकेलने में कामयाब हो जाएगी।

कटघोरा पुलिस द्वारा संदेही दोनों युवक प्रह्लाद सिंह, लाखन सिंह गोंड से पुछताछ की गई तब जाकर इन्होंने अपना गुनाह कबूल किया।उन्होंने कहा कि गाँव के ही धनीराम गोंड की सहायता कर उर्मिला बाई की हत्या की है। फिलहाल हत्या का मुख्य आरोपी धनीराम गोंड फरार है। पुलिस द्वारा धनीराम के पहुंच स्थान में लगातार दबिश दी जा रही है। जल्द ही कटघोरा पुलिस हत्या के मुख्य आरोपी को पकड़ने में सफलता पा लेगी। और मुख्य आरोपी धनीराम गोंड सलाखों के अंदर होगा। फिलहाल कटघोरा पुलिस द्वारा इन पर धारा 302, 34, 120 बी के तहत मामला पंजीबद्ध कर दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।