कटघोरा : बारिश थमने के बाद अब बड़ी संख्या में धान लेकर पहुंच रहे किसान जवाली उपार्जन केंद्र.. रंजना उप केंद्र के खुलने से दूरस्थ किसानों को हुई सहूलियत.

कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): कोरबा जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत होने के बाद खरीदी के साथ ही उठाव की शुरुआत हो चुकी थी। लेकिन जनवरी माह के शुरुआती दिनों में अचानक मौसम खराब होने से धान खरीदी प्रभावित रहा। धान खरीदी 31 जनवरी तक कि जानी है जिससे कम दिन शेष बचे हैं ऐसी स्थिति में खराब मौसम खरीदी कार्य को प्रभावित कर रहा था है। जवाली धान उपार्जन केंद्र में मौसम ठीक होने के बाद अब किसान अपने धान को लेकर बड़ी संख्या में केंद्र पहुंच रहे हैं। छेर छेरा लोकपर्व के अवकाश के अगले दिन बड़ी संख्या में किसान अपने धान को लेकर उपार्जन केंद्र पहुंचे।

जवाली धान उपार्जन केंद्र के प्रबंधक ने बताया कि खराब मौसम के चलते किसानों के कटे टोकन को निरस्त कर पुनः टोकन दिया गया है। वही अब तक 20 हज़ार क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। जोकि लक्ष्य से अभी 20 प्रतिशत शेष किसान मौसम ठीक होने के बाद अब किसान अपना धान लेकर पहुंच रहे हैं। रंजना में उप धान उपार्जन केंद्र के खुलने से 9 ग्राम पंचायत के किसान अब रंजना उपार्जन केंद्र में अपने धान को बेच रहे हैं जिससे लगभग 200 दूरस्थ गाँव के किसानों को अब जवाली आने की दिक्कत से निजात मिल गई है अभी जवाली में लगभग 600 किसान हैं जो कि अपना धान जवाली उपार्जन केंद्र में ला रहे है।

रंजना उपार्जन केंद्र के खुलने से किसानों ने सरकार को दिया धन्यवाद

जवाली धान उपार्जन केंद्र से पृथक इस वर्ष भूपेश सरकार ने रंजना में उप धान उपार्जन केंद्र की शुरुआत की है जिससे यहां के लगभग 9 ग्राम पंचायत के किसानों को अब 15 किलोमीटर दूर जाकर अपना धान बेचने से छुटकारा मिल गया है और यहां के किसानों ने बताया कि भूपेश सरकार हम किसान भाइयों का ध्यान रखते हुए रंजना में उपार्जन केंद्र के खोलने से अब हम लोगों का काम समय पर हो जाता हैं जिससे अब हमें बड़ी सहूलियत हो रही है अपना धान बेचने में। किसानों ने भूपेश सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के हित का ध्यान रखते हुए कोरबा जिले में 5 उप धान उपार्जन केन्द्र खोलकर दूरस्थ अंचल के किसानों को बड़ी राहत दी है।