कटघोरा (सेंट्रल छत्तीसगढ़)/साकेत वर्मा :– बारिश का मौसम शुरू होते ही सर्प दंश के मामले बढ़ जाते हैं। आए दिन घरों और खेतों में सांप के काटने से ग्रामीणों की मौत हो रही है, मरने का मुख्य कारण ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास तंत्र-मंत्र पर विश्वास तथा पीड़ित को अस्पताल विलंब से लेकर आने पर उनका उचित इलाज समय पर नही होना बताया जा रहा है।
विकासखण्ड चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि एक आंकड़े के अनुसार 15 दिनों में कटघोरा के ,08 लोगों को सांप ने काटा इसमें से अभी तीन दिनों में 2 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अभी भी कटघोरा के 03 लोग जिंदगी के लिए रिम्स में जूझ रहे हैं
कटघोरा सीएससी के डॉक्टर लाल कटघोरा ने बताया कि बारिश शुरू होते ही सांपो का निकलना शुरू हो जाता हैं, इसमें से कई जहरीली प्रजातियां भी रहते हैं, जैसे गेंहुवन, बेहराजड़ा, डेमना, करैत, वाइपर, कोबरा सहित कई अन्य प्रजातियां शामिल हैं।
बरसात के मौसम में कटघोरा में सर्प दंश से यह कल दूसरी मौत हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पताल का न होना भी मौत का एक कारण है। जहां समय पर सर्प दंश को समुचित इलाज नहीं मिल पाता है और लोग पहले झाड़ फूक पर ज्यादा विश्वास करते हुए समय पर मरीज को अस्पताल नही लेकर पंहुच पाते है जिसकी वजह से उन्हें समय पर उचित ईलाज नहीं मिल पाता है और मौत हो जाती है जबकि कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त मात्रा में एंटी स्नेक मौजूद है, सभी प्रकार की व्यवस्था उपलब्ध है।