कटघोरा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) : कटघोरा वनमंडल के जंगलों में तालाबों का निर्माण कराया जा रहा है ताकि जानवरों को जंगल के भीतर ही पीने के लिए पानी उपलब्ध हो सके और वे प्यास बुझाने के लिए आबादी क्षेत्र का रुख ना करें। इसके साथ ही आसपास के ग्रामीण भी लाभान्वित होंगे।
अक्सर आबादी क्षेत्र में जंगली जानवरों के आ जाने के कारण वे या तो हादसे का शिकार हो जाते हैं या फिर आवारा कुत्तों का निशाना बनते हैं लेकिन जंगल में ही प्यास बुझ जाने से यह नहीं होगा। कटघोरा वन मंडल के जटगा रेंज अंतर्गत कारीमाटी के जंगल में बना तालाब भी यह कार्य करेगा। जटगा रेंज के प्रभारी रेंजर सत्तू जायसवाल ने बताया कि वन्य प्राणियों के संरक्षण, संवर्धन तथा उनके विकास के लिए डीएफओ श्रीमती शमा फारूकी के मार्गदर्शन में बीहड़ वनांचल एवं दुर्गम पहाड़ी वाले कारीमाटी के जंगल में पुराने बने किन्तु बंजर हो चुके तालाब का पुनः निर्माण कराया गया है।
प्रभारी रेंजर जायसवाल ने बताया कि यह तालाब ग्रामीणों के लिए निस्तार के साथ-साथ जंगली जानवरों के लिए काफी लाभदायक साबित होगा और उन्हें अपनी प्यास बुझाने के लिए जंगल से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। ग्रामीणों के लिए निस्तार का भी साधन बनेगा। यह भी कहा कि इस तालाब को लेकर कई तरह की भ्रामक बातें सामने लाई जा रही हैं जबकि इस तालाब के निर्माण में पूरी पारदर्शिता बरती गई है। इसका बकायदा भूमि पूजन भी हुआ है और कार्य प्रारंभ होकर इसे समय पर पूरा किया गया। किसी भी तरह से कहीं भी कोई गड़बड़ी तालाब के निर्माण में नहीं हुई है। तालाब बन जाने से ग्रामवासियों में भी खुशी देखी जा सकती है। बता दें कि कटघोरा वन मंडल के कामकाज को लेकर शिकायतें रही हैं लेकिन कुछ ऐसे भी काम हैं जिनको सराहा जाना जरूरी है। जटगा के प्रभारी रेंजर का यह कार्य सराहनीय व अनुसरणीय कहा जा सकता है।