कटघोरा: पत्रकार और अधिवक्ताओं के बाद नगर के मेडिकल एसोसिएशन ने भी शुरू की पहल.. जिले के दर्जे के लिए नायब तहसीलदार को सौंपा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन.

कोरबा सेंट्रल छत्तीसगढ़:- पत्रकारों की मोटरसाइकिल रैली और अधिवक्ताओं के क्रमिक धरना प्रदर्शन के बीच अब नगर का मेडिकल एसोसिएशन भी कटघोरा को जिला बनाये जाने की मांग के साथ सामने आया है. मंगलवार को एसोसिएशन ने तहसील दफ्तर पहुंचकर नाययब तहसीलदार लक्ष्मीकांत कोरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौंपा है. एसोसिएशन ने सीएम से कटघोरा को जिले का दर्जा दिए जाने की मांग सामने रखी है. ज्ञापन सौंपने वालो में एसोसिएशन से जुड़े एक दर्जन दवा कारोबारी शामिल थे.

सीएम को लिखे ज्ञापन में उन्हें जन्मदिन की बधाई देते हुए जिले के लिए पूर्व के सरकारी प्रयासों का जिक्र किया गया है. एसोसिएशन ने बताया है कि तत्कालीन डॉ रमन सिंह की सरकार की अनदेखी के बाद कांग्रेस के शासन में इस बात की उम्मीद बंधी थी की कटघोरा को जिले के तौर पर अपग्रेड किया जाएगा. ज्ञापन में पूर्व मुख्यमंत्री के उन बयानों का भी हवाला दिया गया है जिसमे उन्होंने विधायक चुने जाने पर कटघोरा को जिला के रूप में प्राथमिकता देने की बात कही गई थी. हालांकि बाद में उन्होंने खुद के इस दावे को खारिज कर दिया था.

मेडिकल एसोसिएशन ने बताया है कि अविभाजित बिलासपुर जिले के लगभग सभी तहसीलो को जिले का दर्जा दिया जा चुका है लेकिन प्रदेश का सबसे पुराना तहसील कटघोरा आज भी अपने अधिकारों से वंचित है. इस पूरे मांग को नगरवासियों के जनभावनाओं से जोड़ते हुए जल्द ही जिला का दर्जा दिए जाने की मांग की गई है. तहसील कार्यालय पहुंचने से पहले एसोसिएशन के सदस्य अधिवक्ताओं के धरना स्थल भी पहुंचे. यह अधिवक्ताओं से उनकी चर्चा भी हुई. ज्ञापन सौंपने वाले में एसोसिएशन प्रमुख राजेंद्र जायसवाल, सुभाष मिश्रा, संजय जायसवाल, अमित कौशिक, चंद्रप्रकाश साहू, जाबिर, यासीन नियाज व राहुल पॉल समेत अन्य दवा कारोबार से जुड़े लोग शामिल रहे.