कोरबा/कटघोरा 7 सितंबर 2022 ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : कटघोरा क्षेत्र में बिना रायल्टी के ही अवैध रूप से रेत का परिवहन धड़ल्ले से किया जा रहा है। कृषि कार्य के लिए खरीदे गए ट्रैक्टरों से अवैध रूप से रेत का परिवहन कर बेचा जा रहा है लेकिन इन रेत माफिया पर प्रशासनिक अमला द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
बतादें कटघोरा तथा आसपास के क्षेत्र में अहिरन नदी, गोड़मा नाला क्षेत्र में नदी से रेत माफिया अवैध रूप से रेत निकाल कर सप्लाई कर रहे हैं। एक ओर तो रायल्टी का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर जिन ट्रैक्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है वह भी बिना नम्बर के नजर आते है। ट्रैक्टर नम्बर ना लिखें होने से शिकायत नहीं हो पाती है। ग्रामीणों ने अवैध रूप से रेत का परिवहन करने वाले एवं बिना नम्बर के ट्रैक्टर पर कार्रवाई की मांग की है।
कटघोरा क्षेत्र में माफिया ने अहिरन नदी को छलनी करने का अभियान चला रखा है लगातार चल रहे रेत के अवैध खनन पर शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं हो पा रही है। लगता है माफिया पर प्रशासन मेहरबान है। लोगों की माने तो सांठगांठ से ये पूरा खेल संचालित है क्षेत्र में दिन रात नदियों में ट्रैक्टरों में भरकर रेत बीच शहर से बेधड़क निकल रहे है। और मनमाने दामों पर बेचीं भी जा रही है महंगे दामों की वजह से आम आदमी को भी जेब पर असर पड़ रहा है।
क्षेत्र में कार्रवाई के नाम पर कभी कभार एक ट्रैक्टर पकडक़र बताया जाता है कि प्रशासन सक्रिय है, जबकि दर्जनों ट्रॉलियां रोजाना क्षेत्रों से गुजरती है। प्रशासन आज भी बड़े माफिया से बहुत दूर है। दूरी बनाये रखने की वजह भी लोगों को मालूम है इसकी चर्चा चौक चौराहों पर सुनी जा सकती है। कटघोरा शहर व आसपास की सडक़ों से रात और दिन रेत से भरे ट्रैक्टर खुलेआम निकलते हैं पर कार्रवाई कौन करे ये बड़ा सवाल है।
जिला प्रशासन भी क्षेत्र में चल रहे अवैध खनन की ओर ध्यान नहीं दे रहा है अगर सख्त निर्देश देकर कार्रवाई कराई जाए तो कई अवैध खनन करने वाले पुलिस की गिरफ्त में नजर आएंगे। वहीं आम आदमी 2 से 3 हजार प्रति ट्रॉली रेत खरीदकर खुद को ठगा महसूस कर रहा है।