कटघोरा : तालुका विधिक सेवा समिति कटघोरा द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर का किया गया आयोजन.

कोरबा/कटघोरा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर तालुका विधिक सेवा समिति कटघोरा द्वारा विधिक साक्षरता शिविर का किया गया आयोजन. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटघोरा में जहां लोगों को मानसिक बीमार लोगों को आम बीमारी की तरह सहयोग करना है साथ ही किसी का कोई किसी का लेवल होता है उसके दिमाग की बीमारी का उसे इस बीमारी की तरह इलाज करना है. प्रमुख रूप से कटघोरा के विकास खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रुद्रपाल सिंह कंवर एवं मेडिकल ऑफिसर बीआर रात्रेएवं समस्त स्टाफ उपस्थित थे.

शिविर को सम्बोधित करते हुये डॉक्टर रुद्रपाल सिंह कंवर ने मानसिक स्वास्थ्य विषय पर प्रकाश डालते हुये बताया कि प्रत्येक वर्ष 10 अक्टूबर को पूरे विश्व में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से मनाया जाता है. आज मानसिक विकार पूरे विश्व में एक गंभीर समस्या है, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मानसिक समस्याओं से ग्रसित व्यक्तियों की संख्या अनुमानित 450 मिलियन है. भारत में लगभग 1.5 मिलियन व्यक्ति, जिनमें बच्चे एवं किशोर भी शामिल हैं.

मानसिक समस्या हमारे महसूस करने सोचने एवं काम करने के तरीकों को प्रभावित करती है इससे ग्रसित व्यक्ति असामान्य व्यवहार करने लगता है एवं उसे अपनी दैनिक दिनचर्या हेतु भी संघर्ष करना पड़ता है, कोविड- 19 महामारी के दौरान हुये लाकडाऊन, सामाजिक दूरी, नौकरियां जाना, स्कूल-कालेजों का बंद होना, लोगो का महानगरों से पलायन करना, दैनिक दिनचर्या पर पड़ते दुष्प्रभाव, पूरे समय घरों में बंद रहना व किसी से भी न मिल पाना, अपना अधिकांश समय टीवी, मोबाइल, आदि में के साथ व्यतीत करना आदि कारणों ने हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित किया मानसिक समस्याओं के अन्तर्गत अवसाद चिता परेशानी, तनाव आदि आते जिन पर हम खुलकर बात नहीं कर पाते और अधिक परेशान हो जाते हैं इसके बचाव एवं उपचार के तौर पर हम योगा एवं व्यायाम, मनोवैज्ञानिक से सलाह, काउंसलिंग, भरपूर नींद लेना अकेला न रहने का प्रयास करना, अपना समय ऐसे लोगों के साथ बिताना जिन से हम खुलकर बात कर सकते हैं, उचित एवं स्वास्थ्यवर्धक खानपान, एवं अपनी दैनिक दिनचर्या में बदलाव करके हम मानसिक समस्याओं से छुटकारा सकते हैं।

भारत सरकार ने देश में मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ते दुष्प्रभाव को कम करने के लिये वर्ष 1982 में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके अतिरिक्त जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में कटघोरा जनपद के समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी विश्व मानसिक स्वास्थय दिवस के अवसर पर मानसिक स्वास्थय के महत्व पर जागरूकता शिविर एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये गये तथा आमजन को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर स्वास्थय कर्मियों के सहयोग से जानकारी दी गई.

कटघोरा तालुका विधिक सेवा समिति कटघोरा द्वारा रविवार को कटघोरा स्वास्थ्य विभाग में विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किया गया.जहां सूर्यकांत तिवारी के साथ अधिवक्ता रवि आहूजा, राकेश साहू, माइकल किस्पोट्टा, शोभाराम करियारे, रामकुमार निषाद व प्रभु चरण बिसेन ने विधिक जागरूकता के संबंध में बताया. इसमें मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के संबंधित जानकारी देते हुए कहा कि हर वाहन मालिक को अपने गाड़ी का बीमा कराना जरूरी है, जिससे भविष्य में होने वाली दुर्घटना से व्यक्ति व उसके परिवार वालों को लाभ मिलता है. बीमा नहीं रहने से पीड़ितों को वाहन मालिक द्वारा भारी.भरकम राशि स्वयं वहन करना पड़ता है. विधिक सेवा योजनाएं तहसील स्तर से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक निःशुल्क ली जा सकती है. कोई भी नालसा के टोल फ्री नंबर 15100 में अपनी समस्या को व्यक्त करते सकते हैं. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उक्त समस्या पर त्वरित कार्रवाई करेगी. कार्यक्रम में लीगल लिटरेसी क्लब के संयोजक डॉ. शिवदयाल पटेल, शिक्षा विद् व कॅरियर काउंसलर गजेन्द्र तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना वायके तिवारी शामिल हुए.