कटघोरा: कोरोना रोकथाम की तैयारियों को जानने कलेक्टर और एसपी का दौरा.. CHC में बीएमओ से ली कोविड केयर सेंटर, आइसोलेशन सेंटर की जानकारी.. दो अफसरों पर हुई नाराज.. कहा ‘इन्हें अधिकारियों को रेड सर्विलांस मे रखो.. मीडिया से भी की बातचीत.

कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)हिमांशु डिक्सेना: प्रदेश के साथ जिले में भी इन दिनों कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नही ले रहा है. हर दिन हजार से अधिक मरीजो की पहचान हो रही है जबकि हरदिन दर्जनभर लोगो की मौत भी इस महामारी से हो रही है. जिला प्रशासन के अनुविभागो में कोरोना से निबटने किस तरह के इंतजाम किए गए है, अफसर किस तरह अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे है और अस्पतालों के साथ मरीजो की मौजूदा स्थिती क्या है यह जानने आज जिला कलेक्टर व दंडाधिकारी किरण कौशल कटघोरा पहुंची हुई थी. उनके साथ जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा, जिला पंचायत सीईओ कुंदन कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडेय, जनसम्पर्क के उप संचालक, कटघोरा एसडीएम, तहसीलदार, बीएमओ, नपा के सीएमओ व बीईओ समेत बड़ी संख्या में अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे. तकरीबन 12:00 बजे कलेक्टर कटघोरा पहुंची और सीधे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर पहुंची.

जिला मुख्यालय से सीधे कटघोरा CHC पहुंची कलेक्टर.

यहां कटघोरा खंड के बीएमओ डॉ रुद्रपाल ने उनसे भेंट करते हुए उन्हें परिसर में तैयार किये गए 12 ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों वाले कोविड केयर सेंटर से सम्बंधित जानकारियां दी. इसके अलावा जेन्जरा के डीएव्ही स्कूल में बनाये गए आइसोलेशन सेंटर व रेन बसेरा में कोरोना टेस्टिंग सेंटर के कामकाज से भी जिला कलेक्टर को अवगत कराया गया. स्थानीय प्रशासन की इन तैयारियो से जिला कलेक्टर सन्तुष्ट नजर आई. उन्होंने स्वास्थ्य महकमे को हर तरह के आपात परिस्थितियों से निबटने के लिए तैयार रहने को कहा. तकरीबन आधे घण्टे के निरीक्षण के पश्चात उनका काफिला इतिहासनगर की तरफ बढ़ गया. जइला कलेक्टर ने बीएमओ से अस्पताल के भीतर आईपीडी मरीजो और ओपीडी पेशेंट के टेस्टिंग की बारीकी से जानकारी ली और अफसरों को जरूरी दिशानिर्देश भी दिए.

अरदा में कोरोना से अबतक 04 मौते.. पूछने पर परियोजना अधिकारी ने बताया 07 तो पड़ी डांट.

वापसी के दौरान कलेक्टर तहसील कार्यालय में स्थापित कोविड नियंत्रण कक्ष परिसर पहुंची और कोरोना उन्मूलन में जुटी सभी अलग अलग टीमो को तलब किया. कलेक्टर ने कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग टीम और हेल्पलाइन कॉल अटेंडर से उनके कामकाज के बारे में पूछा. इसी बीच कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी और बीईओ उपाध्याय को मौके पर तलब किया और उनसे सवाल जवाब किया. डीएम किरण कौशल ने प्रोजेक्ट ऑफिसर ममता तूली से एक्टिव सर्विलांस और सर्वे से जुड़ी जानकारी मांगी तो वे कुछ बता नही पाई. सीईओ कुंदन कुमार ने जब उनसे अरदा गांव में कोरोना से हुई मौतों की संख्या पूछी तब भी उन्होंने गलत संख्या बताई. अफसर के इस जवाब से नाराज जिला कलेक्टर ने उन्हें जमकर फटकार लगाई. इसी तरह बीईओ उपध्याय भी विभाग के कामकाज का कोई विशेष रिकार्ड प्रस्तुत नही कर सके.

नपा सीएमओ पर भड़की कलेक्टर.. सख्त लहजे में दी चेतावनी.

दोनों ही अफसरों को फटकार लगाते हुए कलेक्टर ने उन्हें चेतावनी देते हुए कहा कि महज पांच दिन के भीतर उन्हें समूचे विकासखंड के गांवों, घरों और परिवारों का पूर्ण सर्वे चाहिए. ऐसा नही होने पर सस्पेंशन की चेतावनी दी. जिला कलेक्टर ने दोनों ही अधिकारियों को ‘रेड सर्विलांस’ में रखने को कहा साथ आगे भी उनके कामकाज की समीक्षा के समीक्षा के निर्देश दिए. जिलाधीश ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सन्तुष्टि जाहिर की. कटघोरा में कुछ ही दिनों में कोविड सेंटर और आइसोलेशन सेंटर तैयार करने पर अधिकारियों को सराहा जबकि कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, सर्वे और नगरपालिक के काम करने के तरीके से काफी नाराज भी हुई. इतिहासनगर में जब उन्हें किसी टीम के नही पहुंचने की जानकारी मिली तो खुद नगरपालिका के सीएमओ जेबी सिंह कलेक्टर के गुस्से का शिकार हुए. आखिर में जिलाधिकारी ने मीडिया कर्मियों से भी बातचीत की और कही कोरोना रोकथाम से जुड़े अहम सवालो का जवाब दिया. उन्होंने मीडियाकर्मियों से भी बेहतर व्यवस्था के लिए राय मांगी. दौरे के पश्चात उनका काफिला जिला मुख्यालय लौट गया