कटघोरा 5 फरवरी 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : अतीत की परंपरा को जारी रखते हुए यहां पुलिस थाना के सामने मैदान में किसान मेला का आयोजन इस वर्ष भी किया गया है। सैकड़ों की संख्या में दुकाने यहां पर लगाई गई है। मेला का अवलोकन करने के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं । 12 फरवरी को इसका समापन होगा।
लोग बताते हैं कि 1956 से किसान मेला का आयोजन किया जा रहा है आज इस मेले को 67 वर्ष बीत चुके हैं। जिस समय मेला की शुरुआत की गई उस समय यह धारणा मन में थी कि कृषि से संबंधित कामकाज पूरा होने पर किसान फुर्सत में होते हैं और इसका उपयोग करने के लिए कोई आयोजन होना चाहिए। किसान मेला इसी भावना के साथ शुरू किया गया। इसके माध्यम से लोगों में मेलजोल बढ़ा। आपसी संवाद को बढ़ावा दिया गया। क्षेत्र में उत्पादित सामग्रियों की मार्केटिंग मैं तेजीआई और जन सामान्य की जरूरत भी यहां से पूरी हुई।
अरसे बाद लोगों के यहां मिलने से कई विषयों पर चर्चा होने से फसलों का समाधान भी संभव हुआ। जबकि सबसे बड़ी बात यह रहेगी सांस्कृतिक ताना-बाना को मजबूती मिली। यही सब कुछ आज भी इस मेला में देखने को मिल रहा है जबकि आधुनिकता के साथ कुछ परिवर्तन यहां पर साफ नजर आ रहे हैं। कई प्रकार के आकर्षण यहां पर मौजूद है और यह सभी भीड़ बढ़ाने का जरिया बने हैं। लोग बताते हैं कि आधुनिकीकरण के बावजूद मेला ने अपनी छाप छोड़ी है। इस आयोजन के माध्यम से सैकड़ों छोटे-बड़े व्यवसायियों को सशक्त होने का अवसर प्राप्त हुआ और लोगों में नजदीकिया स्थापित हुई।
खेती किसानी के साथ-साथ विकास से संबंधित कई विषयों पर यहां आने वाले लोग चर्चा करने के साथ मेला के पहलुओं से परिचित हो रहे हैं। माघ पूर्णिमा से आगे मेला यहां चलता रहेगा। मेला स्थल पर जुटने वाली भीड़ और विविध गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन और पुलिस के द्वारा सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा कुछ समाज सेवी संगठनों की ओर से अपने सरोकार का प्रदर्शन यहां पर किया जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस ने बनाया सहायता केंद्र
किसान मेला को लेकर इस वर्ष सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर कटघोरा थाना प्रभारी अश्विन राठौर ने मेला के बीचोबीच पुलिस सहायता केंद्र स्थापित किया है। ताकि किसी प्रकार की कोई अनहोनी होने से पुलिस सुरक्षा मुहैया कराया जा सके तथा किसी प्रकार की चोरी, लड़ाई झगड़ा तथा विशेषकर शारीबियों पर विशेष नज़र रखने सहायता केंद्र में महिला व पुरुष पुलिस बल की तैनाती की गई है। जो मेला के शुरू होने से लेकर मेला की समाप्ति तक सहायता केंद्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते नज़र आते हैं। इस वर्ष अभी तक मेला में किसी प्रकार की कोई घटना समाने नही आई है।