एक्के नंबर सब्बो बर डॉयल 112 मुश्किल में लोगों का मददगार साबित होते एक वर्ष सफलतम किया पूर्ण

हिमांशु डिक्सेना (कोरबा) :- पुलिस विभाग द्वारा संचालित एक्के नंबर सब्बो बर डायल 112 के तुरंत रिस्पांस से लोगो को मिल रही त्वरित मदद के कारण पुलिस की इस महती सेवा योजना को शाबाशी का पात्र समझा जाता है।पुलिस महकमा ने जनहित को देखते हुए गत वर्ष 4 सितंबर को डायल 112 की शुरुआत की थी।जिसका अच्छा रिस्पांस के साथ बीते बुधवार 4 सितंबर 2019 को एक वर्ष सफलतम पूरा हो गया।जिस तरह पुलिस विभाग द्वारा डॉयल 112 का नाम रखा गया *“एक्के नम्बर सब्बो बर”* उक्त नाम के अनुसार ही स्पष्ट है कि सभी आपातकालीन सेवाओं हेतु अलग-अलग नंबरों के स्थान पर केवल एक ही नंबर याद रखा जाये।इसी को ध्यान में रखकर पुलिस विभाग की पहल पर नेशनल इमरजेंसी रिस्पोंस सिस्टम के तहत् पुलिस सहायता (100),स्वास्थ्य सहायता (108) और अग्निशमन सेवा (101) को एकीकृत करते हुये डायल 112 योजना बनाई गयी।आज सालभर में डायल 112 की मदद से आमजनों को पल भर में पुलिस,एम्बुलेंस और तो और फायर ब्रिगेड की भी मदद के रूप में निशुल्क सेवा उपलब्ध हुई है।और आपातकालीन स्थिति में तुरंत रिस्पांस भी मिला है।

ज्ञात हो कि एम्बुलेंस,फायर ब्रिगेड या पुलिस सहायता की जरुरत आपातकालीन स्थिति में आमजन को पड़ती है।लेकिन पहले कभी नंबर नहीं लगता या फिर कभी बात नहीं हो पाती थी इसलिए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता था। लेकिन बीते एक वर्ष से कोरबा सहित प्रदेश के 11 जिलों को मिल रही इसकी सेवा का रिस्पॉन्स टाईम लोगों के लिए एक प्रकार से संकटमोचक साबित हो रहा है।जहाँ शहरी क्षेत्रों में 10 मिनट और ग्रामीण इलाकों में 30 मिनट में पहुँचने वाली इस सेवा का अब तक कोरबा जिले के सैकड़ो लोगों ने मदद लिया है।डायल 112 की इमरजेंसी रिस्पांस व्हीलर (ईआरवी) की टीम जिले के हर थाना चौकी क्षेत्र के अलग-अलग चौक चौराहो में दिनभर तैनात व गश्त करती रहती है जिससे स्पॉट में ही लोगो को इसका तुरंत लाभ मिलने से डॉयल 112 की बड़ी सराहना भी हो रही है।एक तरफ ऐसे कई मामले है जहाँ डायल 112 में तैनात लोगों की सेवा में तत्पर रहने वाले जांबाज पुलिस जवानों ने अपने उत्कृष्ट सेवा से कितनो की जान भी बचायी हैं।जैसे नवजात शिशु व सड़क दुर्घटना में घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाना,किसी को आग के लपटों से बचाना,दरवाजा तोड़कर फांसी पर लटकते हुए व्यक्ति को बचाना,सर्पदंश से बचाना सहित ऐसे अनेकों जिंदगियां डॉयल 112 के आरक्षकों ने बचाई है।जिसके कारण आमजनों के लिए यह सेवा काफी सराहनीय हैं।