कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- जिले में रासायनिक उर्वरकों विशेषकर यूरिया की कालाबाजारी और जमाखोरी रोकने के लिए प्रशासन की कार्रवाई आज भी जारी रही। आज जांच दल ने कटघोरा, पाली सहित जिले की आठ उर्वरक और कृषि केंद्रों पर छापामार कार्रवाई की। जांच के दौरान लायसेंस में उल्लेखित नियम शर्तों और प्रावधानों का पालन नहीं करने पर पांच कृषि केंद्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। गौरतलब है कि कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देश पर पिछले दो दिनों से जिले के विभिन्न कृषि केंद्रों पर जिला स्तरीय निरीक्षण दल की छापामार कार्रवाई जारी है। यूरिया सहित विभिन्न रासायनिक खादों के अवैद्य भण्डारण, कालाबाजारी और निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर बिक्री रोकने के लिए यह सख्त कार्रवाईयां की जा रही है।
आज जिला स्तरीय निरीक्षण दल ने कृषि विभाग के उप संचालक श्री अनिल शुक्ला के नेतृत्व में कटघोरा विकासखंड के पद्मा बीज भण्डार कटघोरा, शिव बीज भण्डार कटघोरा, संगीता बीज भण्डार छुरीकला, सिंघानिया खाद भण्डार छुरीकला, हीरानंद खाद भण्डार छुरीकला में दबिश दी। इसी तरह पाली विकासखंड के न्यू श्री सांईं कृषि केंद्र, नटवर लाल एण्ड संस कृषि केंद्र और न्यू शिव खाद भण्डार में भी जांच दल ने पहुंचकर आकस्मिक निरीक्षण किया। जांच दल ने इन सभी कृषि केंद्रों और खाद भण्डारों में जारी लायसेंस, रासायनिक खादों का स्टॉक वेरिफिकेशन, भण्डारण-वितरण, स्टाक पंजी और रसीद बुक संधारण, मूल्य सूची बोर्ड आदि की तहकीकात की। निरीक्षण की गई दुकानों में से पाली विकासखंड के तीन और कटघोरा विकासखंड के दो कृषि केंद्र एवं खाद भण्डारों को उर्वरक नियंत्रण आदेश के प्रावधानों का पालन नहीं करने के कारण कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इन विक्रेताओं को जरूरी दस्तावेजों के साथ जवाब सहित अपना पक्ष रखने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। निर्धारित समयावधि में संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर उर्वरक नियंत्रण आदेश के तहत वैधानिक कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी गई है।
अखरापाली समिति में उर्वरक भंडारण वितरण में अंतर, प्रबंधक के खिलाफ होगी कार्रवाई-
जिला स्तरीय निरीक्षण दल ने आदिम जाति सेवा सहकारी समिति अखरापाली के प्रबंधक के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की अनुशंसा सहकारी संस्थाओं के उप पंजीयक को की है। जांच दल ने 13 अगस्त को इस समिति में उर्वरकों के भंडारण वितरण संबंधी जांच के लिए आकस्मिक निरीक्षण किया था। जांच के दौरान पीओएस मशीन में उर्वरकों की भंडारण और वितरण में अंतर मिला था। प्रबंधक द्वारा पीओएस मशीन में रासायनिक खाद के वितरण की सही इंट्री नहीं की गई थी। जांच के दौरान समिति में उर्वरक भंडारण, वितरण में लगभग 36 टन का अंतर पाया गया है। इस संबंध में जारी किये गये कारण बताओ नोटिस का जवाब भी प्रबंधक द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया। जिला स्तरीय निरीक्षण दल ने प्रबंधक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए सहकारी संस्थाओं के उप पंजीयक को अनुशंसा पत्र भेजा है। उप संचालक कृषि श्री अनिल शुक्ला के नेतृत्व में गठित जिला स्तरीय निरीक्षण दल में कृषि विभाग के सहायक संचालक श्री डी.पी.एस. कंवर, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री राजेश भारती एवं श्री जी.पी. हरिपाल और श्री संदीप सिन्हा शामिल रहे।