उरगा पुलिस ने डेढ़ वर्ष बाद सुलझाया हत्या का मामला,प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या साजिश रचने वाली पत्नी चढ़ी पुलिस के हत्थे..

कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)अजय राय :-कहते है न भगवान के घर देर है पर अंधेर नही”
जी हां ये कहावत साक्षात् चरितार्थ होते देखा गया, जहां अपने पति की हत्या की शिकायत करने वाली प्रार्थिया कौशिल्या जो की उरगा थाना क्षेत्र के ग्राम घाठाद्वारी में रहती है, व लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व उसके पति की निर्मम हत्या कर दी गई थी।जिसकी शिकायत महिला ने उरगा थाने में दर्ज कराई थी।
लेकिन पर्याप्त साक्ष्य न मिलने से आरोपी लगभग डेढ़ वर्ष तक पुलिस की पकड़ से दूर रहा।
आखिरकार जिले के तेज तर्रार युवा थाना प्रभारी राजेश जांगड़े ने साबित कर दिखाया की अपराधी कितना भी चालक हो पुलिस के हाथो आखिरकार पकड़ा ही जाता है।
दरअसल गत वर्ष दिनांक 23.01.2021 को महिला ने थाना आकर रिपोर्ट दर्ज करायी कि कोई अज्ञात व्यक्ति इसके पति की हत्या कर गांव के पानीपीया तालाब के पास फेंक दिया है।
जिस पर प्रार्थिया की रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ पुलिस ने अपराध कमांक: 25/2021 धारा 302 विवेचना आरंभ कर दी थी।
वही घटना के समय से ही मामले के संदेही विभिषण उर्फ खोसु का पता तलाश किया जा रहा था, जो घटना दिनांक के बाद से अपने फरार था।
उरगा पुलिस ने संदेही की पता तलाश के लिए अपने सूचना तंत्र व मुखबीर लगाये गये थे।
फलस्वरूप दिनांक 01.09.2022 को सुबह मुखबीर द्वारा सूचना मिला की ग्राम घाटाद्वारी का विभिषण उर्फ खोसू अपने घर ग्राम घाठाद्वारी आया हुआ है।
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राजेश जांगड़े अपने दल बल के साथ कड़ाई से संदेही से पूछताछ की जहा खोसू आखिरकार टूट गया और अपने कथन में बताया कि गांव के ही रहने वाले ईतवार सिंह बिझवार शरीर से कुछ कमजोर था, जिसके घर खोसु का आना जाना था।
आने जाने के दौरान खोसूं और ईतवारं के पत्नी कौशिल्या बाई के साथ प्रेम संबंध हो गया और कौशिल्या बाई के साथ अवैध संबंध भी स्थापित होने लगा।जिसकी भनक ईतवार सिंह को होने पर ईतवार सिंह अपनी पत्नी कौशिल्या बाई से आए दिन लडाई झगडा करने लगा।
जिसके बाद कौशील्या बाई और खोसु ने ईतवार सिंह के हत्या का षड्यंत्र रचा और मौका देखकर खोसू उर्फ विभिषण के द्वारा दिनांक 21.01.2021 को रात्रि में गांव घाठाद्वारी के पानीपीया तालाब के पास इतवार सिंह को चाकू एवं टांगी से मारकर उसकी हत्या कर दी।
और शव को तालाब किनारे छोड़कर घर वापस आ गया। लेकिन भागने की हडबडी के कारण हत्या में प्रयुक्त चाकू तालाब के पास छोड़ आया।और घटना में प्रयुक्त टांगी को अपने घर में छुपा कर रख दिया। आरोपीया कौशिल्या बाई बिंझवार द्वारा अपराधीक षडयंत्र रचकर मृतक इतवार सिंह बिझवार का हत्या करना स्वीकार कर लिया गया।
पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ धारा 201 120 (बी), 34 भादवि जोड़ी गयी एवं उपरोक्त दोनो आरोपीयों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।
उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी उरगा निरीक्षक राजेश जांगडे के नेतृत्व में सउनि बलीराम निराला प्र.आ विजय कुर्रे,आर.राहुल बघेल, आर. कलम सिंह कंवर, आर.अमन कंवर एवं महिला आर. रूबिना बेगम, अंजना टोप्पो की सराहनीय भूमिका रही।