कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज जनपद पंचायत पाली के कंटेनमेंट जोन घोषित तेंदूभाठा और मांगामार गांव पहुंचकर सुविधाओं और कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए किये जा रहे प्रयासांे का जायजा लिया। होम आइसोलेशन में रहकर ईलाज करा रहे कोविड संक्रमित मरीज के आक्सीजन लेवल मंे कमी के बावजूद भी कोविड अस्पताल में भर्ती होने से इंकार करने की सूचना पर कलेक्टर श्रीमती कौशल मरीज के घर तंेदूभाठा पहुंची और उसके स्वास्थ्य की जानकारी ली। मरीज ने स्वयं बताया कि कल उनका आक्सीजन लेवल 90-91 तक गिर गया था। ऐसे में आबंटित डाॅक्टर ने रीयल टाईम माॅनिटरिंग सिस्टम पर मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी अपडेट की थी और उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की प्रक्रिया शुरू की गई थी परंतु मरीज ने अस्पताल जाने से पुरजोर रूप से इंकार कर दिया था। इसकी सूचना आज पाली प्रवास के दौरान कलेक्टर श्रीमती कौशल को मिली थी। श्रीमती कौशल तेंदूभाठा पहुंचकर इस मरीज से उसके स्वास्थ्य की जानकारी ली इसके साथ ही उसके परिवार के अन्य लोगों की तबियत के बारे में भी पूछा। कलेक्टर ने अपने सामने ही आक्सीमीटर से मरीज का आक्सीजन लेवल चेक कराया जो 96 आया। श्रीमती कौशल ने मरीज को समझाईश दी कि आक्सीजन लेवल कम होने पर तत्काल अपने डाॅक्टर को सूचित करें और समय पर कोविड अस्पताल में भर्ती हों ताकि उन्हें समय पर आक्सीजन लगाकर ईलाज किया जा सके और उनकी जान बचाई जा सके। इस दौरान विधायक श्री मोहितराम केरकेट्टा, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार, सहायक कलेक्टर श्री अभिषेक शर्मा, एसडीएम श्री अरूण खलखों सहित सांसद प्रतिनिधि श्री प्रशांत मिश्रा और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
कलेक्टर ने दोनों कंटेनमेंट जोनों तेंदूभाठा और मांगामार मंे गांव के सचिव, पटवारी एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानीनों से संक्रमितों के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने दोनों गांवों में होम आइसोलेशन में रहकर ईलाज करा रहे मरीजों का स्वास्थ्य व आक्सीजन लेवल की प्रतिदिन जानकारी लेने के निर्देश सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताआ,ें पटवारी एवं मितानीनों को दिए। उन्होंने इसकी पूरी निगरानी करने के निर्देश जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी को दिए। कलेक्टर ने अधिकारियों को दो टूक चेताया कि होम आइसोलेशन के मरीजों की तबियत की निगरानी में लापरवाही बरतने से किसी भी संक्रमित की तबियत बिगड़नी नहीं चाहिए और आक्सीजन लेवल कम होने के कारण गंभीर हालत में नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने संक्रमित का आक्सीजन लेवल 94 से कम होते ही इसकी जानकारी रीयल टाईम मानिटरिंग सिस्टम के माध्यम से डाॅक्टरों और उच्च अधिकारियों को देने के निर्देश दिए ताकि समय पर मरीज को बेहतर ईलाज के लिए कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जा सके। कलेक्टर ने ऐसी लापरवाही पर जिम्म्ेादार अधिकारी-कर्मचारियों के विरूद्ध विभागीय जांच तक कराने की चेतावनी दी।
श्रीमती कौशल ने कोरोना संदिग्ध लोगों की पहचान के लिए दोनों गांवों में वार्डवार टीम बनाकर लगातार एक्टिव सर्विलंेस करने के निर्देश मौके पर उपस्थित अधिकारियों को दिए। उन्होंने घर-घर जाकर सर्दी-खांसी-बुखार जैसे कोरोना लक्षण वाले लोगांे की पहचान कर उन्हें तत्काल दवाईयों की किट देने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने दोनों कंटेनमेंट जोनों में सभी लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए प्रोफाइलेक्सिस दवाओं का सेवन कराने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने कंटेनमेंट जोन में एक्टिव सर्वेलेंस कर हर घर में कोरोना जैसे लक्षण वाले मरीजों का कोविड टेस्ट कराने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने कहा कि कोविड पाजिटिव पाये जाने पर मरीजों की स्वास्थ्य अनुसार उन्हें होम आईसोलेशन या अस्पताल में भर्ती कर ईलाज किया जाये। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की सतत् निगरानी की जाये तथा तबीयत बिगड़ने पर उन्हे उपयुक्त कोविड अस्पतालों में भर्ती की जाये। उन्होंने कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों के लिए खाने पीने की चीजों सहित दवाओं और अन्य जरूरी सुविधाएं मुहेैया करवाने के बारे में भी लोगों से बात की। कलेक्टर ने इसके लिए उचित व्यवस्था बनाने के निर्देश एसडीएम को दिए। कलेक्टर ने ग्राम सचिव, पटवारी और सुपरवाईजर को अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में ही निवासकर सभी व्यवस्थाएं समय पर सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए। उन्होंने दोनों गांवों के सभी संक्रमित लोगों के पास आक्सीजन लेवल नापने के लिए पल्स आक्सीमीटर, थर्मामीटर एवं जरूरी दवाईओं की किट निर्धारित समय पर पहुंचाने के निर्देश दिए।