सूरजपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- जिला अवैध रेत उत्खनन को लेकर लगातार सुर्खियों में है. जहां एक ओर ग्रामीण नाराज हैं वहीं अब भाजपा ने भी इसे मुद्दा बना लिया है. सोमवार को पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के नेतृव में जिला भाजपा बनारस-अम्बिकापुर मुख्य मार्ग स्थित भैसामुण्डा इलाके में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. बीजेपी चक्काजाम करेगी.
महान नदी पर होगा धरना-प्रदर्शन
भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस के द्वारा रेत उत्खनन का ठेका देने की वजह से जिले की नदियों का दोहन हो रहा है. जिले के नदियों को खोखला किया जा रहा है. इसलिए भाजपा ने कल सोमवार को महान नदी स्थित भैसामुण्डा इलाके में बड़े आंदोलन का एलान किया है.
इस आंदोलन में बनारस मुख्य मार्ग पर चक्काजाम किया जाएगा और यह चक्काजाम तब तक चलता रहेगा जब तक कलेक्टर, एसपी (sp), जिला खनिज अधिकारी (District Mineral Officer) के साथ पूरा सरकारी महकमा मौके पर पहुंचकर अवैध उत्खनन पर रोक नहीं लगाएगा. दोषियों पर कार्रवाई करना होगा. साथ ही नदी के लीज को भी खारिज करने पर आवाज उठाया जाएगा.
रेत खनन पर बीजेपी-कांग्रेस में टकराव
राज्य सरकार ने रेत खदानों की नीलामी की है. तब से इस मसले पर भाजपा और कांग्रेस (BJP and Congress) आमने-सामने है. सूरजपुर और उसके आसपास के इलाकों में रेत माफियाओं (sand mafia) के द्वारा अवैध रेत का उत्खनन (illegal sand mining) कर पड़ोसी राज्यो में बेचा जा रहा है. रेत माफियाओं की इन हरकतों से रोजाना सरकार को लाखों रुपये का चूना लग रहा है. जिले में 36 रेत खदानों का लाइसेंस आवंटित (Mines license allotted) है. जबकि जिले में दर्जनों अवैध रेत की खदान मौजूद हैं.
विभाग की ताबड़तोड़ चल रही है कार्रवाई
खनिज विभाग को शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई भी किया जा रहा है. फिर भी अवैध रेत उत्खनन पर रोक नहीं लग पा रहा है. खनिज विभाग ने पिछले 1 महीने में लगभग 40 अवैध रेत उत्खनन के मामले दर्ज किए गए हैं. बावजूद, इसके अभी भी जिले में अवैध रेत उत्खनन जारी है. हालांकि खनिज विभाग के द्वारा इन रेत माफियाओं पर नकेल कसने के लिए एक छापेमार टीम गठित की गई है. जो पूरे जिले में छापेमारी कर अवैध रेत खदानों पर कार्रवाई कर रहे हैं. साथ ही जिन ठेकेदारों को रेत का खदान आवंटित किया गया है, उनको भी दिशा-निर्देश जारी किया जा रहा है.