अकलतरा ब्लॉक के रसेड़ा गांव के ग्रामीणों ने गांव में घुसे मगरमच्छ को पकड़कर रस्सी से बांध दिया और वन विभाग को सूचना देने के बाद वन विभाग के कर्मचारी मगरमच्छ को पकड़कर क्रोकोडाइल पार्क ले जाया गया.

जांजगीर (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) :- जिले के अकलतरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत रसेड़ा में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब तड़के सुबह गांव के कुछ लोगों ने 5 फीट लंबा मगरमच्छ गांव में घूमते देखा. इतने बड़े मगरमच्छ को देखते ही ग्रामीण दहशत में आ गए. गांव के कुछ युवाओं ने हिम्मत कर मगरमच्छ को पकड़कर गांव के अटल चौक में रस्सी से बांध दिया और वन विभाग को इसकी सूचना दी और राहत की सांस ली. सूचना के बाद क्रोकोडाइल पार्क कोटमी सोनार के अधिकारी, कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मगरमच्छ को ले जाकर पार्क में छोड़ दिया.

ग्रामीणों ने 5 फीट लंबे मगरमच्छ को पकड़कर रस्सी से बांधागांव में मगरमच्छ घुसने के बाद ग्रामीणों ने मगरमच्छ को रस्सी से बांध दिया

दरअसल अर्जुनी गांव के कुछ युवा रोजाना की तरह सुबह 4 बजे मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. इसी दौरान उन्होंने 5 फीट के मगरमच्छ को गांव में घूमते देखा. जिसे देखकर ग्रामीणों के होश उड़ गए. ग्रामीणों की चहल-पहल के बाद मगरमच्छ भी गांव में इधर-उधर घूमने लगा. इसी दौरान रसेड़ा के स्थानीय ग्रामीणों की मदद से अर्जुनी के युवाओं ने मगरमच्छ को पकड़कर गांव के चौक में बांध कर सुरक्षित रख दिया. मगरमच्छ पकड़ने की सूचना गांव में लगने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण उसे देखने चौक पहुंचने लगे.

क्रोकोडाइल पार्क कोटमी सोनार मे छोड़ा गया मगरमच्छ

सूचना पर पहुंचे क्रोकोडाइल पार्क कोटमी सोनार के अधिकारी व कर्मचारियों ने मगरमच्छ को लेकर पार्क में छोड़ दिया. क्रोकोडाइल पार्क कोटमी सोनार के वनरक्षक पीयूष जांगड़े ने बताया की 5 फीट लंबा मादा मगरमच्छ है, जिसे ग्रामणों ने पकड़ा था. उसे सुरक्षित पार्क में छोड़ दिया गया है. वनरक्षक ने बताया कि मगरमच्छ पार्क का नहीं है. पार्क में तीन लेयर सुरक्षित घेरा होने के कारण मगरमच्छ का बच्चा भी क्रोकोडाइल पार्क से बाहर नहीं जा सकता है. वनरक्षक के मुताबिक गांव के पास में ही एक कर्रा नाला बांध है. जहां मगरमच्छ होने की सूचना मिली है. उन्होंने मगरमच्छ के कर्रा नाला से गांव पहुंचने की आशंका जाहिर की