राजनांदगांव में कोरोना जांच नही होने से ग्रामीणों ने कर दिया चक्काजाम..

राजनांदगांव(सेंट्रल छत्तीसगढ़): एक तरफ कोरोना संक्रमण का डर, दूसरी तरफ उस डर से छुटकारा पाने के लिए चलाया जाने वाला वैक्सीनेशन कार्यक्रम. इन दोनों के बीच ग्रामीण अपने और अपने परिवार की जांच कराने के लिए डोंगरगढ़ हाईस्कूल पहुंच रहे हैं. लेकिन पर्याप्त मात्रा में टेस्ट किट और स्टाफ की कमी के कारण उन्हें वहां भी परिवार सहित परेशान होना पड़ रहा है.

ग्रामीणों ने किया चक्काजाम

लगातार कोरोना की जांच में हो रही परेशानी के चलते मंगलवार को डोंगरगढ़ सहित आसपास के ग्रामीणों ने हाईस्कूल के सामने चिचोला से खैरागढ़ मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया. लोगों ने बताया कि वे दो दिनों से कोरोना का चेकअप कराने आ रहे हैं. लेकिन टेस्ट कीट नहीं होने की वजह से ग्रामीण वापस लौट रहे हैं.

ग्रामीणों ने उठाए सवाल

ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग सहित शासन-प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि कोविड सेंटर में पानी की भी व्यवस्था नहीं की गई है. न ही कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार है. ग्रामीणों ने सवाल उठाते हुए कहा कि रोजाना यहां 200 जांच किट टेस्ट के लिए लाए जा रहे थे, तो दो दिनों से किट आना बंद क्यों हो गया? इस महामारी के बचाव के लिए शासन-प्रशासन के गाइडलाइन के चलते ही वे अपना और परिवार के लोगों की जांच कराने आ रहे हैं, लेकिन जांच केंद्र की अव्यवस्था के लिए किसे दोषी ठहराएं. इन्हीं सारी परेशानियों को देखते हुए ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया है.

तहसीलदार ने दी समझाइश

मुख्य मार्ग पर चक्काजाम की खबर लगते ही थाना प्रभारी एलेक्जेंडर किरो बल लेकर मौके पर पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश दी लेकिन लोग नहीं माने. ग्रामीणों ने व्यवस्था दुरुस्त कराने की बात कहते हुए नाराजगी जाहिर की. बात नहीं बनने की स्थिति के बाद तहसीलदार अविनाश ठाकुर ने मोर्चा संभालते हुए लोगों को बताया कि पूरे प्रदेश में अव्यवस्था की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने ग्रामीणों से निवेदन किया कि चक्काजाम छोड़कर शासन का सहयोग करें. जल्द ही टेस्ट किट आने की संभावना है. तहसीलदार की समझाइश के बाद लोग माने और करीब 30 मिनट के बाद आवागमन बहाल हुआ.