राजनांदगांव/डोंगरगांव (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) :– शुक्रवार को मानपुर-तोलूम रेत खदान से अवैध रेत लेकर आ रहे हाइवा ने एक फल के ठेले को ठोकर मार दी. ठोकर इतनी जबरदस्त थी कि हाथ ठेले के परखच्चे उड़ गए और पूरा फल सडक पर बिखर गया. घटना में बुजुर्ग फल व्यवसायी दंपत्ति बाल-बाल बचे. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रेत से भरी हाइवा चौकी की तरफ से राजनांदगांव की ओर अंधाधुंध गति से आ रहा था. इसी दौरान उसने फल की दुकान को ठोकर मार दी. वहीं वाहन मालिक और फल व्यवसायी के बीच आपसी समझौते की बात सामने आई.
रेत के अवैध परिवहन में रोज हो रहे हैं हादसे
शहर से गुजरने वाले स्टेट हाइवे में आए दिन भारी वाहनों विशेष रूप से अवैध रेत परिवहन करने वाले वाहनों के कारण दुर्घटनाओं के मामले सामने आते रहते हैं. बीते गुरुवार को सुबह आमगांव में भी रेत से भरे हाइवा की सड़क के बीच पलटने के कारण रेत पूरे सड़क पर फैल गई थी. इसी तरह बीते दिनों शहर के नर्सरी के पास देर रात रेत से भरे हाइवा के डिवाईडर में चढ़ जाने की घटना सामने आई थी. इससे पहले भी इन रेत भरे वाहनों के तेज रफ्तार से चलने के कारण कई हादसे हो रहे हैं. हंलाकि ज्यादातर मामले आपसी मान-मनौव्वल में निपटा लिए जाते हैं.
मानपुर क्षेत्र में हो रही है अवैध रेत निकासी
राज्य और केन्द्रीय शासन के बनाए नियमों के मुताबिक 15 जून के बाद सभी रेत खदानों को बंद कर दिया गया है. साथ ही खनिज विभाग ने कोई भी रायल्टी पर्ची जारी नहीं की है. लेकिन मानपुर के तोलूम और पानाबरस सहित अन्य क्षेत्रों से भारी मात्रा में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन जारी है. इनमें से ज्यादातर अवैध परिवहन में संलिप्त वाहन शहर से होकर गुजरते हैं. जो दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं.
जारी है रेत का अवैध परिवहन
इस संदर्भ में शुक्रवार को घटित दुर्घटना के वाहन चालक ने बताया कि वह देर रात तोलूम पानाबरस से रेत लोडिंग कर सुबह होने के पहले राजनांदगांव पहुंचना चाह रहा था. इससे स्पष्ट है कि रेत चोरी का धंधा दिन रात जारी है. लेकिन शासन-प्रशासन के मौन सहमति के चलते रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं
साकेत वर्मा की रिपोर्ट….।।