कोरबा: जिले में 5 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक कोरोना सर्वे के लिए अभियान चलाया गया, जिसके तहत सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के घरों तक पहुंचा गया. वहीं लक्षणरहित लोगों का एंटी जिंक टेस्ट भी किया गया..

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) : जिले में कोरोना की रोकथाम और संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए 5 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक कोरोना सघन सर्वे अभियान चलाया गया. इस अभियान के तहत सर्वे टीम ने घर-घर जाकर संदिग्ध मरीजों की पहचान की. कोरोना सर्वे टीम ने हर घर में जाकर कोरोना संबंधी लक्षणयुक्त लोगों की जानकारी ली. कोरोना सर्वे के लिए जिलेभर में कुल 479 सर्वे दल बनाए गए थे. जिसमें शहरी क्षेत्र से 67 और ग्रामीण क्षेत्रों से 412 टीम ने सर्वे का काम किया.

कोरबा विकासखंड में 74, कटघोरा में 53, करतला में 78, पाली में 93 और पोड़ी-उपरोड़ा में 114 सर्वे दल बनाए गए थे. वहीं घर-घर जाकर सर्वे करने वाली टीम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, एएनएम और बहुद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल थे.

कोरबा CMHO ने दी जानकारी

कोरबा CMHO डॉ. बीबी बोर्डे ने बताया कि सर्वे टीम ने घर-घर जाकर सर्वे किया है. जिले के सर्वे टीम ने 5 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक जिले में लगभग 2 लाख 80 हजार सर्वे पूरा किया. साथ ही लक्षणयुक्त मरीजों की जानकारी ली. सर्वे के दौरान पाए गए लक्षणयुक्त मरीजों का एन्टीजन टेस्ट किया गया. वहीं जिस जगह ज्यादा लक्षण वाले लोग मिले, वहां विशेष रूप से ध्यान रखते हुए कंटेनमेंट जोन घोषित कर विशेष रूप से जांच की व्यवस्था की गई. वहीं सामान्य लक्षण वाले लोगों को होम आइसोलेट किया गया. इसके साथ ही ज्यादा लक्षण वाले व्यक्तियों को शयहीमूड़ी कोविड-19 सेंटर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.

कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान लगभग पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है. इसके तहत घर-घर जाकर कोविड-19 के लक्षण वाले मरीजों की जांच कर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उनका इलाज किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में पहले दिन 6 लाख 81 हजार 609 घरों में सर्वे किया गया.