कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) अंकित सिंह :- छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा की गतिविधियों को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सवाल खड़े करते हुए निंदा की है। दरअसल पिछले दिनों एक विवादित ऑडियो टेप में उनका नाम उछला था। इसमें कथित रूप से मुख्यमंत्री के नाम से कुछ आपत्तिजनक बातें थीं। वायरल ऑडियो को लेकर होरा ने अपने बचाव के लिए प्रदेश के कुछ प्रतिष्ठित और सम्माननीय लोगों पर टेप में छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है जिसे लेकर सामाजिक संगठनों द्वारा विरोध जाहिर करते हुए सीएम भूपेश बघेल से मामले की जांच की मांग की गई है।
राजधानी रायपुर के कारोबारी और केबल किंग बनने की चाह रखने वाले गुरुचरण सिंह होरा ने ओलंपिक संघ के महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने स्वास्थ्य और व्यक्तिगत कारणों का हवाला देकर महासचिव पद से इस्तीफा दिया है। मगर उन्होंने एकाएक इस महत्वपूर्ण पद से इस्तीफा क्यों दिया इस बात को लेकर प्रदेश में चर्चा गर्म है। बताया जा रहा है कि ताजा विवाद प्रदेश के केबल टीवी कारोबार पर एकाधिकार को लेकर है। पिछले सप्ताह एक ऑडियो टेप वायरल हुआ। उसमें कई मौकों पर बातचीत की रिकॉर्डिंग है। इसमें कथित रूप से होरा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का इस्तेमाल दबाव बनाने के लिए करते सुनाई दे रहे हैं। इसमें दावा किया गया है, अफसर उनको पल-पल की रिपोर्ट देते हैं, एसएसपी-कलेक्टर से कौन, क्या बात कर रहा है यह सब जानकारी उनके पास पहुंचती है। वे नेताओं के भरोसे नहीं अफसरों के भरोसे यह सब कर रहे हैं। दावा भी किया जा रहा है कि माहौल बनाकर रायपुर के 11 केबल कारोबारियों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराया था। रायपुर के सभी कांग्रेसी विधायक उनके विरोध में थे.यह भी दावा किया गया है कि वे भाजपा के आदमी हैं। मोहन भागवत से उनका सीधा संपर्क है, और यह बात मुख्यमंत्री भी अच्छी तरह जानते हैं। यह टेप सामने आने के बाद हंगामा मचा हुआ था। इस बीच गुरुचरण सिंह होरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई भी दी। उनका कहना था कि इस टेप में उनकी आवाज नहीं है। इसे टेंपरिंग कर तैयार किया गया है। यह साजिश है। उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत की है। श्री होरा ने वायरल ऑडियो टेप को लेकर कोरबा जिले के वरिष्ठ पत्रकार व समाजसेवी कमलेश यादव पर भी षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है होरा के इस आरोप को लेकर अब पत्रकारों और सामाजिक संगठनों का गुस्सा देखने को मिल रहा है. कोरबा प्रेस क्लब, पूर्वांचल विकास समिति सर्व यादव समाज छत्तीसगढ़ प्रांतीय के अलावा कई जिला इकाई जैसे सामाजिक संगठनों ने इस बात को लेकर आपत्ति जताई है.पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने भी गुरुचरण सिंह होरा के आरोप को निराधार बताते हुए मामले की जांच एसआईटी से करने की मांग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की है।