Korba Nagariya Nikay Election: कोरबा जिले के सभी 6 निकायों की क्या है रिपोर्ट?.. चार में BJP, एक कांग्रेस तो एक में त्रिकोणीय मुकाबला

कोरबा ( सेन्ट्रल. छत्तीसगढ़ ): जिले में संपन्न हुए नगरीय निकाय चुनावों में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। जिले में एक नगर निगम, दो नगर पालिकाएं और दो नगर पंचायतों के चुनाव संपन्न हुए, जहां अलग-अलग स्थानों पर विभिन्न समीकरण बनते नजर आए।

नगर निगम कोरबा:

कोरबा नगर निगम में भाजपा ने कांग्रेस के गढ़ को चुनौती दी है। शुरुआती रुझानों में भाजपा प्रत्याशी संजू देवी राजपूत की बढ़त के संकेत मिले हैं, जिससे कांग्रेस प्रत्याशी उषा तिवारी के लिए यह चुनाव चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

कटघोरा नगर पालिका:

कटघोरा में भी राजनीतिक समीकरण बदलते दिख रहे हैं। भाजपा के आत्मानारायण पटेल को यहां कड़ी टक्कर मिल रही है। राज जायसवाल मजबूत स्थिति में हैं, जबकि कोमल जायसवाल के चुनावी मैदान में उतरने से समीकरण पूरी तरह बदल गए हैं। ऐसे में भाजपा को यहां झटका लग सकता है।

छुरी नगर पंचायत:

छुरी नगर पंचायत में भाजपा की स्थिति मजबूत होती नजर आ रही है। भाजपा उम्मीदवार प्रीतम पद्मिनी देवांगन की जीत के आसार प्रबल हैं, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी धीरज यादव को यहां कठिन चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा की यहां जोरदार वापसी की संभावना जताई जा रही है।

बांकीमोंगरा नगर पालिका:

बांकीमोंगरा में पहली बार हुए नगरीय निकाय चुनावों में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला। भाजपा की ओर से सोनी झा मैदान में थीं, जबकि कांग्रेस ने माया अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया था। बांकीमोंगरा में निर्दलीय में उमा जितेंद्र कंवर मोंगरा , बांकी बस्ती में जमकर सामाजिक बोर्ड एकत्र किए हैं यहां परिणाम पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।

पाली नगर पंचायत:

पाली नगर पंचायत में भाजपा उम्मीदवार अजय जायसवाल को बहुमत मिलने के संकेत मिल रहे हैं। कांग्रेस के प्रति मतदाताओं का उत्साह अपेक्षाकृत कम देखा गया, जिससे भाजपा को लाभ मिलने की संभावना है।

दीपका नगर पालिका:

दीपका में भी भाजपा की चुनावी स्थिति मजबूत होती नजर आ रही है। यहां भाजपा के उम्मीदवार अपनी जीत का दावा कर रहे हैं और पार्टी को नगर पालिका में वापसी की उम्मीद है।

चुनावी नतीजे:

इन सभी नगरीय निकायों के चुनाव परिणाम 15 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। जिलेभर के मतदाता उत्सुकता से चुनावी नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। भाजपा के अधिकतर प्रत्याशी जीत का दावा कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस भी अपनी रणनीति को लेकर आशान्वित है। अब देखना होगा कि अंतिम परिणाम क्या होते हैं और कोरबा जिले का राजनीतिक परिदृश्य किस दिशा में आगे बढ़ता है।