Katghora Nagar Palika Election 2025: भाजपा इन OBC चेहरों पर जता सकती है भरोसा.. 3 नामों में से किसी को कटघोरा ‘नगर अध्यक्ष’ का टिकट मिलना तय.. जानें सबसे प्रभल दावेदारों के बारें में

कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) कटघोरा नगरपालिका चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस और भाजपा के साथ-साथ निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी तैयारी में जुट गए हैं। इस बार भाजपा में प्रत्याशियों की संख्या कांग्रेस की तुलना में अधिक दिखाई दे रही है। दोनों दल जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए रणनीति बना रहे हैं।

जातिगत समीकरण और जायसवाल समाज की निर्णायक भूमिका
कटघोरा में जातिगत समीकरण हमेशा से चुनावी समीकरण का अहम हिस्सा रहे हैं। यहां जायसवाल समाज की भूमिका निर्णायक है, जो हर बार नगर पालिका अध्यक्ष के चयन में अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा, पटेल-मरार समाज भी अपनी मजबूत उपस्थिति के साथ चुनावी गणित में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बीते वर्षों में इन समुदायों के नेताओं को प्राथमिकता दी गई है, जिससे यह साफ है कि इस बार भी इन्हीं समाजों से उम्मीदवारों के चुने जाने की संभावना है।

भाजपा के संभावित दावेदार

विरेन्द्र मोहन जायसवाल

भाजपा के वरिष्ठ नेता विरेन्द्र मोहन जायसवाल का नाम भी प्रमुखता से सामने आया है। पिछला निकाय चुनाव महज दो वोटों के अंतर से हारने के बावजूद, उन्होंने क्षेत्र में अपनी पकड़ बरकरार रखी है। वार्ड नंबर 5, नवागांव क्षेत्र में उनकी सक्रियता और जायसवाल समाज का समर्थन उनकी दावेदारी को मजबूती प्रदान करता है। विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी के प्रचार अभियान में उनकी भूमिका को सराहा गया था।

बजरंग पटेल

भाजपा के कद्दावर नेता बजरंग पटेल का नाम शीर्ष दावेदारों में शामिल है। पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष और भाजयुमो के मुखिया रह चुके बजरंग पटेल का कार्यकाल स्वच्छ और प्रभावी रहा है। उनके नेतृत्व में कई विकास कार्य पूरे हुए हैं, जिससे जनता के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ी है। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार प्रेमचंद पटेल की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। समाज के भीतर उनकी स्वीकार्यता और समर्थन उनकी दावेदारी को मजबूत बनाते हैं।

आत्मानारायण पटेल

आत्मानारायण पटेल, जो वर्तमान में शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष हैं, भाजपा के एक और मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे हैं। दशकों से भाजपा के लिए काम कर रहे आत्मानारायण एक अनुभवी और लोकप्रिय नेता हैं। पूर्व पार्षद और फायरब्रांड नेता के तौर पर पहचान बनाने वाले आत्मानारायण पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेताओं के करीबी माने जाते हैं। अधिवक्ता के पेशे से जुड़े आत्मानारायण, भाजपा के प्रवक्ता के रूप में भी पार्टी की विचारधारा को सशक्त तरीके से प्रस्तुत करते रहे हैं।

कांग्रेस की रणनीति और चुनावी संघर्ष

कांग्रेस अब तक अपने उम्मीदवार का नाम सामने नहीं लाई है, लेकिन माना जा रहा है कि वह भी जातिगत समीकरणों और क्षेत्रीय राजनीति को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवार चुनेगी। भाजपा के तीन मजबूत दावेदारों के मुकाबले कांग्रेस को एक प्रभावी उम्मीदवार मैदान में उतारना होगा।

चुनाव का असर और रोमांच

इस बार का कटघोरा नगरपालिका चुनाव जातिगत समीकरणों और सामाजिक समर्थन के आधार पर बेहद रोचक होने वाला है। भाजपा के तीन प्रमुख उम्मीदवारों में कड़ा मुकाबला है, जबकि कांग्रेस और अन्य निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी रणनीति के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि जनता का समर्थन किसके पक्ष में जाता है और कौन कटघोरा नगरपालिका का नेतृत्व संभालता है।